# सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता इसकी नगर निर्माण योजना है।
# इस सभ्यता के भवन ग्रिड पद्धति से बने थे
# सड़कें एक-दूसरे को समकोण पर काटती थीं।
# नगरों में नालियों की सुन्दर व्यवस्था थी तथा वे ढंके रहते थे।
# अधिकतर इमारतें पक्की ईटों से बनी थीं।
# इमारतें आमतौर पर एक या दो मंजिले होते थे।
# मोहनजोदड़ो से पक्की सड़कें तथा विशाल स्नानागार प्राप्त हुए हैं। # यहां की सबसे बड़ी इमारत अन्नागार थी।
# सिंधु सभ्यता में कृषि संगठित रूप से की जाती थी
# अधिशेष उत्पादन होता था।
# सबसे पहले कपास पैदा करने का श्रेय सिंधु वासियों को जाता है।
# सिंधु सभ्यता से किसी भी मंदिर का अवशेष प्राप्त नहीं हुआ है।
# यह सभ्यता संभवतः मातृसत्तात्मक थी।
# सिंधु सभ्यता की खोज रायबहादुर दयाराम साहनी ने 1921 ई. में की थी।
# सिंधु सभ्यता का विस्तार पश्चिम में दाश्क नदी के किनारे सुतकागेंडोर (बलूचिस्तान), पूर्व में हिंडन नदी के किनारे आलमगीरपुर, मेरठ (उत्तर प्रदेश), उत्तर में चिनाब नदी के किनारे मांडा, कश्मीर तथा दक्षिण में दाइमाबाद, महाराष्ट्र तक था।
# सिंधु सभ्यता की सर्वमान्य तिथि 2400 ई.पू. से 1700 ई.पू. मानी गई है।